मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चार जिलों में वज्रपात से आठ लोगों की मृत्यु पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवार के साथ हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया। वज्रपात से शेखपुरा और जमुई में तीन-तीन तथा सीवान और बेगूसराय में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में सभी सतर्क रहें।
10 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट
बिहार में मॉनसून की सक्रियता लगातार बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में राज्य के पूर्वी भाग में भारी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मॉनसून की अक्षीय रेखा के पटना और वाराणसी से गुजरने और पूर्वी उत्तर प्रदेश से मध्यप्रदेश तक एक ट्रफ रेखा बनने की वजह से राज्य के दस जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की स्थिति बनी है।
साथ ही सूबे के अनेक भाग में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। जिन जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की स्थिति बन सकती है उनमें सारण, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, समस्तीपुर, सुपौल अररिया, किशनगंज शामिल हैं। गुरुवार को शिवहर, सीतामढी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली समेत कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। राज्य में सबसे ज्यादा बारिश कटिहार में 100 मिमी, बालतारा में 80 मिमी, ठाकुरगंज, बेलसंड और बीहपुर में 60 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूर्णिया में भी 29.5 मिमी बारिश हुई। पटना में दोपहर बाद बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अभी मानसून की सक्रियता बिहार में बने रहने के आसार हैं।
ऐसा रहा पारा
गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि गया का 33.9, भागलपुर का 33.6 और पूर्णिया का 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार को पटना समेत इन चारों शहरों में बारिश के आसार हैं।