3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में किसानों को सिखाए मशरूम की खेती के तरीके
मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित ट्राइसेम भवन में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का बुधवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण विज्ञान अनुसंधान केंद्र पीपराकोठी से आए वैज्ञानिकों ने दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में चकिया, मेहसी, तेतरिया, कल्याणपुर आदि के 26 शिक्षित बेरोजगार युवाओं ने भाग लिया। इस दौरान मास्टर ट्रेनर रवि रंजन झा ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि बिना जमीन के ही वाटिकल स्थान व घर आदि में मशरूम की खेती आसानी से की जा सकती है। मशरूम में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है। जिसमें एनिमिया सहित अन्य रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरक्षात्मक क्षमता पाया जाता है। ओएस्टर प्रजाति मशरूम के लिए अप्रैल से जुलाई व वटन प्रजाति के मशरूम के लिए नवम्बर से फरवरी माह का मौसम अनुकूल माना जाता है। मौके पर अरविंद कुमार सिंह, कार्यक्रम प्रभारी गौरव कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
source: bhaskar.com
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